Aaj Kaun Si Tithi Hai – आज की तिथि क्या है 2025
सनातन यानि हिन्दू धर्म जो एक भारतीय धर्म है. इस धर्म के लोग कोई भी शुभ कार्य करने से पहले हिन्दू पंचांग के अनुसार तिथि और दिन वार देखकर ही काम का मुहूर्त करना श्रेष्ठ समझते है. इसलिए यहाँ आपको आज की तिथि (Aaj Ki Tithi) के बारे में पूरी डिटेल से जानकारी दी जाएगी, इस वेबसाइट में आप आज, कल और इस महीने में आने वाली सभी तिथियों की जानकारी देख सकते है.
आज की तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार आज की तिथि (Today Tithi) सप्तमी है, जबकि कल की तिथि अष्टमी है. भारतीय हिंदी कैलेंडर में कुल 16 तिथियां होती हैं, जिन्हें दो पक्षों में विभाजित किया गया है. प्रथम 15 तिथियां शुक्ल पक्ष में और दूसरी 15 तिथियां कृष्ण में सम्मिलित हैं. अर्थात एक माह में 30 तिथियां आती हैं. अमावस्या और पूर्णिमा को छोड़कर बाकी सभी तिथियां महीने में दो बार आती हैं.
आज और कल की तिथि – Today Tithi in Hindi
Date | Day | Tithi | Paksha |
---|---|---|---|
1 अप्रैल 2025 | मंगलवार | चतुर्थी | शुक्ल पक्ष |
2 अप्रैल 2025 | बुधवार | पंचमी | शुक्ल पक्ष |
3 अप्रैल 2025 | गुरुवार | षष्ठी | शुक्ल पक्ष |
4 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | सप्तमी | शुक्ल पक्ष |
5 अप्रैल 2025 | शनिवार | अष्टमी | शुक्ल पक्ष |
6 अप्रैल 2025 | रविवार | नवमी | शुक्ल पक्ष |
7 अप्रैल 2025 | सोमवार | दशमी | शुक्ल पक्ष |
8 अप्रैल 2025 | मंगलवार | एकादशी | शुक्ल पक्ष |
9 अप्रैल 2025 | बुधवार | द्वादशी | शुक्ल पक्ष |
10 अप्रैल 2025 | गुरुवार | त्रयोदशी | शुक्ल पक्ष |
11 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | चतुर्दशी | शुक्ल पक्ष |
12 अप्रैल 2025 | शनिवार | पूर्णिमा | शुक्ल पक्ष |
13 अप्रैल 2025 | रविवार | प्रतिपदा | कृष्ण पक्ष |
14 अप्रैल 2025 | सोमवार | प्रतिपदा | कृष्ण पक्ष |
15 अप्रैल 2025 | मंगलवार | द्वितीया | कृष्ण पक्ष |
16 अप्रैल 2025 | बुधवार | तृतीया | कृष्ण पक्ष |
17 अप्रैल 2025 | गुरुवार | चतुर्थी | कृष्ण पक्ष |
18 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | पंचमी | कृष्ण पक्ष |
19 अप्रैल 2025 | शनिवार | षष्ठी | कृष्ण पक्ष |
20 अप्रैल 2025 | रविवार | सप्तमी | कृष्ण पक्ष |
21 अप्रैल 2025 | सोमवार | अष्टमी | कृष्ण पक्ष |
22 अप्रैल 2025 | मंगलवार | नवमी | कृष्ण पक्ष |
23 अप्रैल 2025 | बुधवार | दशमी | कृष्ण पक्ष |
24 अप्रैल 2025 | गुरुवार | एकादशी | कृष्ण पक्ष |
25 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | द्वादशी | कृष्ण पक्ष |
26 अप्रैल 2025 | शनिवार | त्रयोदशी व चतुर्दशी | कृष्ण पक्ष |
27 अप्रैल 2025 | रविवार | अमावस्या | कृष्ण पक्ष |
28 अप्रैल 2025 | सोमवार | प्रतिपदा | शुक्ल पक्ष |
29 अप्रैल 2025 | मंगलवार | द्वितीया | शुक्ल पक्ष |
30 अप्रैल 2025 | बुधवार | तृतीया | शुक्ल पक्ष |
तिथियों के नाम
हिन्दू कैलेंडर में कुल 16 तिथियां होती हैं. वैदिक ज्योतिष के अनुसार एक माह में 30 तिथियां होती हैं. जिसमें अमावस्या और पूर्णिमा महीने में एक बार और अन्य तिथियां दो बार आती हैं. महीने में दो बार पड़ने वाली सभी तिथियों को दो पक्षों में बांटा गया है. पहली 15 तिथियां शुक्ल पक्ष में और अगली 15 तिथियां कृष्ण पक्ष में आती हैं.
शुल्क पक्ष तिथियां | कृष्ण पक्ष तिथियां |
---|---|
पूर्णिमा | अमावस्या |
प्रतिपदा | प्रतिपदा |
द्वितीया | द्वितीया |
तृतीया | तृतीया |
चतुर्थी | चतुर्थी |
पंचमी | पंचमी |
षष्ठी | षष्ठी |
सप्तमी | सप्तमी |
अष्टमी | अष्टमी |
नवमी | नवमी |
दशमी | दशमी |
एकादशी | एकादशी |
द्वादशी | द्वादशी |
त्रयोदशी | त्रयोदशी |
चतुर्दशी | चतुर्दशी |
आज का पंचांग
देसी कैलेंडर के हिसाब से आज का पंचांग और नक्षत्र की जानकारी नीचे तालिका में दी गई है. हिन्दू धर्म में कोई भी शुभ कार्य या शुभ मुहूर्त इन पांच पंचांग:- तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण को देखकर ही किया जाता है. हिंदी पंचांग के अनुसार कुल 27 नक्षत्र, 11 करण और 27 योग होते है.
Today Panchang in Hindi
Date | Day | Nakshatra | Tithi | Paksha |
---|---|---|---|---|
1 अप्रैल 2025 | मंगलवार | भरणी | चतुर्थी | शुक्ल पक्ष |
2 अप्रैल 2025 | बुधवार | कृत्तिका | पंचमी | शुक्ल पक्ष |
3 अप्रैल 2025 | गुरुवार | रोहिणी/म्रृगशीर्षा | षष्ठी | शुक्ल पक्ष |
4 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | आद्रा | सप्तमी | शुक्ल पक्ष |
5 अप्रैल 2025 | शनिवार | पुनर्वसु | अष्टमी | शुक्ल पक्ष |
6 अप्रैल 2025 | रविवार | पुष्य | नवमी | शुक्ल पक्ष |
7 अप्रैल 2025 | सोमवार | पुष्य/आश्लेषा | दशमी | शुक्ल पक्ष |
8 अप्रैल 2025 | मंगलवार | आश्लेषा/मघा | एकादशी | शुक्ल पक्ष |
9 अप्रैल 2025 | बुधवार | मघा | द्वादशी | शुक्ल पक्ष |
10 अप्रैल 2025 | गुरुवार | पूर्व फाल्गुनी | त्रयोदशी | शुक्ल पक्ष |
11 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | उत्तर फाल्गुनी | चतुर्दशी | शुक्ल पक्ष |
12 अप्रैल 2025 | शनिवार | हस्त | पूर्णिमा | शुक्ल पक्ष |
13 अप्रैल 2025 | रविवार | चित्रा | प्रतिपदा | कृष्ण पक्ष |
14 अप्रैल 2025 | सोमवार | स्वाति | प्रतिपदा | कृष्ण पक्ष |
15 अप्रैल 2025 | मंगलवार | विशाखा | द्वितीया | कृष्ण पक्ष |
16 अप्रैल 2025 | बुधवार | अनुराधा | तृतीया | कृष्ण पक्ष |
17 अप्रैल 2025 | गुरुवार | ज्येष्ठा | चतुर्थी | कृष्ण पक्ष |
18 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | ज्येष्ठा | पंचमी | कृष्ण पक्ष |
19 अप्रैल 2025 | शनिवार | मूल | षष्ठी | कृष्ण पक्ष |
20 अप्रैल 2025 | रविवार | पूर्वाषाढ़ा | सप्तमी | कृष्ण पक्ष |
21 अप्रैल 2025 | सोमवार | उत्तराषाढ़ा | अष्टमी | कृष्ण पक्ष |
22 अप्रैल 2025 | मंगलवार | श्रवण | नवमी | कृष्ण पक्ष |
23 अप्रैल 2025 | बुधवार | धनिष्ठा | दशमी | कृष्ण पक्ष |
24 अप्रैल 2025 | गुरुवार | शतभिषा | एकादशी | कृष्ण पक्ष |
25 अप्रैल 2025 | शुक्रवार | पूर्वभाद्रपदा | द्वादशी | कृष्ण पक्ष |
26 अप्रैल 2025 | शनिवार | उत्तरभाद्रपदा/रेवती | त्रयोदशी व चतुर्दशी | कृष्ण पक्ष |
27 अप्रैल 2025 | रविवार | अश्विनी | अमावस्या | कृष्ण पक्ष |
28 अप्रैल 2025 | सोमवार | भरणी | प्रतिपदा | शुक्ल पक्ष |
29 अप्रैल 2025 | मंगलवार | कृत्तिका | द्वितीया | शुक्ल पक्ष |
30 अप्रैल 2025 | बुधवार | रोहिणी | तृतीया | शुक्ल पक्ष |
योग के नाम
ज्योतिष शास्त्र में मौजूद कुल 27 योगों के नाम इस प्रकार से है:-
कुल संख्या | ज्योतिष योग के नाम |
---|---|
1 | विष्कुम्भ |
2 | प्रीति |
3 | आयुष्मान |
4 | सौभाग्य |
5 | शोभन |
6 | अतिगण्ड |
7 | सुकर्मा |
8 | धृति |
9 | शूल |
10 | गण्ड |
11 | वृद्धि |
12 | ध्रुव |
13 | व्याघात |
14 | हर्षण |
15 | वज्र |
16 | सिद्धि |
17 | व्यतीपात |
18 | वरीयान् |
19 | परिघ |
20 | शिव |
21 | सिद्ध |
22 | साध्य |
23 | शुभ |
24 | शुक्ल |
25 | ब्रह्म |
26 | इन्द्र |
27 | वैधृति |
करण के नाम
शास्त्रों के अनुसार कुल 11 कारणों के नाम इस प्रकार हैं:-
कुल संख्या | ज्योतिष करण के नाम |
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1 | बव |
2 | बालव |
3 | कौलव |
4 | तैतिल |
5 | गर |
6 | वणिज |
7 | विष्टि |
8 | शकुनि |
9 | चतुष्पाद |
10 | नाग |
11 | किस्तुघ्न |
नक्षत्र के नाम
भारतीय हिंदी कैलेंडर में ज्योतिष शास्त्र के हिसाब मौजूद कुल 27 नक्षत्रों के नाम इस प्रकार से है:-
कुल संख्या | ज्योतिष नक्षत्र के नाम | स्वामी |
---|---|---|
1 | अश्विनी | केतु |
2 | भरणी | शुक्र |
3 | कृत्तिका | रवि |
4 | रोहिणी | चन्द्र |
5 | मॄगशिरा | मंगल |
6 | आद्रा | राहु |
7 | पुनर्वसु | बृहस्पति |
8 | पुष्य | शनि |
9 | अश्लेशा | बुध |
10 | मघा | केतु |
11 | पूर्वाफाल्गुनी | शुक्र |
12 | उत्तराफाल्गुनी | रवि |
13 | हस्त | चन्द्र |
14 | चित्रा | मंगल |
15 | स्वाती | राहु |
16 | विशाखा | बृहस्पति |
17 | अनुराधा | शनि |
18 | ज्येष्ठा | बुध |
19 | मूल | केतु |
20 | पूर्वाषाढ़ा | शुक्र |
21 | उत्तराषाढ़ा | रवि |
22 | श्रवण | चन्द्र |
23 | धनिष्ठा | मंगल |
24 | शतभिषा | राहु |
25 | पूर्वाभाद्रपद | बृहस्पति |
26 | उत्तराभाद्रपद | शनि |
27 | रेवती | बुध |
अधिकतर पूछे जाने वाले प्रश्न:-
कल कौन सी तिथि है?
आने वाले कल की तिथि की सूचि इस पेज में ऊपर दी हुई है.
आज का पंचांग क्या है?
Aaj का पंचांग ऊपर टेबल में देख सकते है.
आज कौन सी तिथि है?
आज की तिथि तारीख के बिलकुल सामने दी गई है.
कल का पंचांग क्या है?
Kal का पंचांग ऊपर दिया गया है.
Conclusion:- सनातन धर्म में शुभ और अशुभ समय व तिथियों को बहुत महत्व दिया गया है. इसलिए हिंदू धर्म के अनुयायी आज की तिथि यानी Today Tithi की जानकारी रखना उचित मानते है. इस धर्म के मानने वाले लोग किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले शुभ मुहूर्त और शुभ समय की जानकारी देखना पसंद करते है. भारतीय ज्योतिष शास्त्र में पंचांग अर्थात पांच भागों से बना पंचांग- तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण, इन्हें पंचांग कहते है.